ये काले कलूटे डरावने से भंवरे
अकसर बगीचों में
नज़र आयेंगे
फूलों पर मंडराते हुए
बरसों से वैज्ञानिकों ने
फूलों और भँवरे के इस मिलन को
विज्ञान से जोड़ दिया
चित्रकारों ने तस्वीरें बना दी
मंडराते हुए भँवरे की
जब भी कभी
इन भंवरों ने
हमारे घर के किसी कोने में
अपने घर बनाये
तब तुड़वा दिए हमने उनके मिट्टी के घर
यह कहकर कि
ऐसा होना अपशगुन होता है
हमने अकसर
अख़बार से झटककर मार डाला है
इन काले कलूटे डरावने से भंवरों को
कह दिया कि शोर बहुत करता है
#damukipoem